Couplet #7Mayan KansalMay 8, 20161 min readमेरे इश्क़ की सादगी तो देख, शिददत तूने कभी बयां नहीं की, मेने फिर भी मोहब्बत रूहानी मान ली, तूने मोहब्बत में नफ़रमानी ही जताई, मैं बेवक़ूफ़ इतना, बदले में इश्क़ की इन्तेहां मांग ली ।©मयन, May 8, 2016
Couplet #21ख़्वाबों का, चाहतों का, इरादों का जो भी हश्र हो, फ़क़त ख़ुद से ख़ुद तक का सफ़र न कभी मुक़म्मल हो। ©मयन, 9th March, 2019
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