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Couplet #6

  • Writer: Mayan Kansal
    Mayan Kansal
  • Dec 17, 2015
  • 1 min read
ख़्यालों में हों रूबरू, लफ्ज़ों में न हो गुफ़्तगू, बयां करने की न तक़ल्लुफ़ हो, ऐसे ही इश्क़ की है जुस्तजू।

©मयन, December 17, 2015

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