Couplet #3Mayan KansalSep 30, 20151 min readजज़्बातों को अल्फ़ाज़ों के रंग में बिखरने दे, लहू को मेरे स्याही, कलम को तलवार बनने दे ।©मयन, September 30, 2015
Couplet #21ख़्वाबों का, चाहतों का, इरादों का जो भी हश्र हो, फ़क़त ख़ुद से ख़ुद तक का सफ़र न कभी मुक़म्मल हो। ©मयन, 9th March, 2019
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