Couplet #19Mayan KansalNov 30, 20181 min readन हासिल तू, तो क्या सुकून-ए-दिल नकार दूँ, या तुझको पाने की तलब में, ये उम्र गुज़ार दूँ ।©मयन, Nov 30, 2018
Couplet #21ख़्वाबों का, चाहतों का, इरादों का जो भी हश्र हो, फ़क़त ख़ुद से ख़ुद तक का सफ़र न कभी मुक़म्मल हो। ©मयन, 9th March, 2019
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